सच्चा वाला प्यार - Romantic Love Story in Hindi To Read
प्यार में धोखा खाए आशिक की हालत कुछ बिन पानी की मछली जैसी हो जाती है. ऐसा अक्सर मैंने कहानियों में पड़ा है. लेकिन यह कहानी कुछ अलग है. यह कहानी है! एक ऐसे लड़के की जिसने एक लड़की से बेपनाह मोहब्बत की, लेकिन उसे बाद में मिला तो क्या? वही 'फरेब और धोखा'. लेकिन यह लड़का थोड़ा मानसिक स्तर पर मजबूत था. इसीलिए कुछ समय उदास रहने के बाद फिर से नॉर्मल हो गया.
लेकिन साहब!! वह कहावत तो आपने सुनी होगी-- "यह इश्क नहीं आसान. बस इतना समझ लीजिए कि आग का दरिया है और डूब कर जाना है". कुछ समय के बाद लड़के को एक बार फिर से एक लड़की से इश्क हो गया. इस बार वह एक लड़की के इश्क में इस कदर दीवाना हो गया, कि उसे सिर्फ एक बार देखने के लिए घंटों उसके ट्यूशन वाले रास्ते में खड़ा रहता था. जब कभी वह लड़की गलती से भी उसे देख कर मुस्कुरा देती तो वह खुशी से झूम उठता.
भला ऐसी कौन सी लड़की होगी? जो इतनी मोहब्बत करने वाले लड़के से प्यार न करेगी. उस लड़की को भी उस लड़के से धीरे-धीरे इश्क हो चला था. लेकिन इजहार करने की हिम्मत न कभी उस लड़के ने जुटाई और न कभी लड़की के कदम उसकी ओर बढ़े. काफी समय बीत जाने के बाद लड़के ने इजहार करने का फैसला किया. कुछ दोस्तों द्वारा दी हुई हिम्मत और लड़की को खो जाने के डर से उसने डरते-डरते लड़की से अपने मन की बात कही.
लड़की भी उसे मन ही मन चाहने लगी थी. वह भी उसके मासूम से नासमझ प्यार की दीवानी थी. लेकिन लड़की ने उस रोज उसको कुछ जवाब न देकर चुपचाप निकल गई. दूसरे दिन उसने उस लड़की का काफी इंतजार किया. लेकिन वह लड़की उस दिन नहीं आई. जब लड़के ने उसकी एक स्कूल फ्रेंड से उसके बारे में पूछा. उसकी फ्रेंड ने उसे बताया कि-- "अचानक से सीने में दर्द उठने के कारण वह हॉस्पिटल में भर्ती है".
जब लड़के को इस बात का पता चला, तो लड़का हड़बड़ाटे हुए हॉस्पिटल पहुंचा. लेकिन तब तक वह लड़की अपनी आखिरी सांसे गिन रही थी. लड़का दौड़कर उस लड़की के पास गया तो लड़की ने उसे एक लेटर थमा दिया. जिसको उसने पहले से अपने हाथों में पकड़ा हुआ था. यह लेटर उसने कुछ चंद रातों पहले लिखा था.
उस पत्र में उस लड़की ने लिखा था-- "मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं. तुम्हारे साथ जीना चाहती हूं. मरना चाहती हूं. लेकिन! आज अगर जीने की ख्वाहिश है, लेकिन मेरे पास अब जिंदगी के कुछ चंद लम्हे बचे हुए है. बस कुछ चंद दिनों की मेहमान हूं, इसलिए तुमसे इजहार नहीं कर पाई. प्यार तो मैंने भी तुमसे बेपनाह किया था. लेकिन मेरी सांसे तुम्हारे साथ नहीं थी. लेकिन इस पत्र के जरिए मैं तुम्हें बताना चाहती हूं कि मेरे जाने के बाद तुम किसी अच्छी लड़की से शादी कर लेना. बस यही मेरी अंतिम इच्छा है.
लेकिन साहब!! वह कहावत तो आपने सुनी होगी-- "यह इश्क नहीं आसान. बस इतना समझ लीजिए कि आग का दरिया है और डूब कर जाना है". कुछ समय के बाद लड़के को एक बार फिर से एक लड़की से इश्क हो गया. इस बार वह एक लड़की के इश्क में इस कदर दीवाना हो गया, कि उसे सिर्फ एक बार देखने के लिए घंटों उसके ट्यूशन वाले रास्ते में खड़ा रहता था. जब कभी वह लड़की गलती से भी उसे देख कर मुस्कुरा देती तो वह खुशी से झूम उठता.
भला ऐसी कौन सी लड़की होगी? जो इतनी मोहब्बत करने वाले लड़के से प्यार न करेगी. उस लड़की को भी उस लड़के से धीरे-धीरे इश्क हो चला था. लेकिन इजहार करने की हिम्मत न कभी उस लड़के ने जुटाई और न कभी लड़की के कदम उसकी ओर बढ़े. काफी समय बीत जाने के बाद लड़के ने इजहार करने का फैसला किया. कुछ दोस्तों द्वारा दी हुई हिम्मत और लड़की को खो जाने के डर से उसने डरते-डरते लड़की से अपने मन की बात कही.
लड़की भी उसे मन ही मन चाहने लगी थी. वह भी उसके मासूम से नासमझ प्यार की दीवानी थी. लेकिन लड़की ने उस रोज उसको कुछ जवाब न देकर चुपचाप निकल गई. दूसरे दिन उसने उस लड़की का काफी इंतजार किया. लेकिन वह लड़की उस दिन नहीं आई. जब लड़के ने उसकी एक स्कूल फ्रेंड से उसके बारे में पूछा. उसकी फ्रेंड ने उसे बताया कि-- "अचानक से सीने में दर्द उठने के कारण वह हॉस्पिटल में भर्ती है".
जब लड़के को इस बात का पता चला, तो लड़का हड़बड़ाटे हुए हॉस्पिटल पहुंचा. लेकिन तब तक वह लड़की अपनी आखिरी सांसे गिन रही थी. लड़का दौड़कर उस लड़की के पास गया तो लड़की ने उसे एक लेटर थमा दिया. जिसको उसने पहले से अपने हाथों में पकड़ा हुआ था. यह लेटर उसने कुछ चंद रातों पहले लिखा था.
उस पत्र में उस लड़की ने लिखा था-- "मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं. तुम्हारे साथ जीना चाहती हूं. मरना चाहती हूं. लेकिन! आज अगर जीने की ख्वाहिश है, लेकिन मेरे पास अब जिंदगी के कुछ चंद लम्हे बचे हुए है. बस कुछ चंद दिनों की मेहमान हूं, इसलिए तुमसे इजहार नहीं कर पाई. प्यार तो मैंने भी तुमसे बेपनाह किया था. लेकिन मेरी सांसे तुम्हारे साथ नहीं थी. लेकिन इस पत्र के जरिए मैं तुम्हें बताना चाहती हूं कि मेरे जाने के बाद तुम किसी अच्छी लड़की से शादी कर लेना. बस यही मेरी अंतिम इच्छा है.
लड़की के इस लेटर को पढ़ने के बाद लड़का रोने लगा और पास में पड़ी हुई एक बेंच पर लड़खड़ाते हुए बैठ गया. उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें. वह अपनी किस्मत पर रोए या अपनी किस्मत पर हंसे....!!!
बस इतनी सी थी ये कहानी....!!
बस इतनी सी थी ये कहानी....!!
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